त्वचा से जुड़ी समस्याएं कई रूपों में शरीर को प्रभावित कर सकती हैं। इनमें एक नामझाईका भी है, जिसे अंग्रेजी में फ्रेकल्स कहा जाता है। ये त्वचा पर विकसित होने वाले छोटे-छोटे धब्बे हैं, जो विभिन्न कारणों से पनप सकते हैं। फ्रेकल्स, शरीर की खूबसूरती को बिगाड़ने का काम कर सकते हैं। इसलिए, स्टाइलक्रेज के इस लेख में फ्रेकल्स के कारण और इससे छुटकारा पाने के विभिन्न उपाय बताए गए हैं। लेख में बताए गए फ्रेकल्स के लिए घरेलू उपाय काफी हद तक झाइयों से बचाव के साथ इनसे निजात पाने में मदद कर सकते हैं।
इस लेख में फ्रेकल्स के कारण जानने से पहले फ्रेकल्स क्या है, यह जान लेते हैं।
फ्रेकल्स क्या है? – What is Freckles in Hindi
फ्रेकल्स त्वचा संबंधी समस्या है, जिसमें त्वचा पर छोटे-छोटे धब्बे नजर आने लगते हैं। ये धब्बे भूरे, लाल, पीले या काले रंग के हो सकते हैं। यह त्वचा में मेलेनिन (रंगद्रव्य) से जुड़ी समस्या है। मेलेनिन की अधिकता के कारण झाई की समस्या होती है। कुछ मामलों में ये पूरी त्वचा पर फैल जाते हैं, जो सुंदरता पर दाग का काम करते हैं। झाई के धब्बे चेहरे, कंधे व बांह के साथ-साथ शरीर के अन्य हिस्सों पर भी दिखाई दे सकते हैं (1)।
आइए, अब नजर डाल लेते हैं फ्रेकल्स होने के विभिन्न कारणों पर।
फ्रेकल्स के कारण – Causes of Freckles in Hindi
फ्रेकल्स के कारण कई हो सकते हैं, जिनके बारे में नीचे क्रमवार तरीके से बताया गया है (1), (2):
- मेलेनिन की अधिकता
- सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणें
- आनुवंशिक (Genetic)
चलिए, फ्रेकल्स के लिए घरेलू उपाय और इनके इस्तेमाल की विधि जान लेते हैं।
फ्रेकल्स के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies for Freckles in Hindi
यहां बताए गए घरेलू उपाय हर किसी के लिए उपयोगी हों, यह संभव नहीं है। ऐसा इसलिए, क्योंकि कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है। उन्हें यहां बताए गए कुछ घरेलू उत्पादों से एलर्जी हो सकती है। इसलिए, इन घरेलू उपायों को उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट करना जरूरी है। इसके अलावा, त्वचा विशेषज्ञ से भी सलाह ली जा सकती है।
1. नींबू
सामग्री:
- एक चम्मच नींबू का रस
- रूई
उपयोग की विधि:
- नींबू के रस को रूई की मदद से झाई वाले भाग पर लगाएं।
- रस को लगाकर 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें।
- फिर त्वचा को पानी से धो लें।
- इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार किया जा सकता है।
- संवेदनशील त्वचा वाले इसे विशेषज्ञ की सलाह पर ही लगाएं।
कैसे है फायदेमंद:
नींबू का उपयोग करफ्रेकल्स (झाई) से छुटकारा पाया जा सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) ने भी इस संबंध में एक शोध प्रकाशित किया है। शोध के मुताबिक,फ्रेकल्स, हाइपरपिगमेंटेशन (रंग द्रव्य का उत्पादन अधिक होना) के कारण होता है। नींबू में विटामिन-सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो डीपिगमेंटिंग एजेंट (रंग द्रव्य के उत्पादन को कम करने वाला गुण) की तरह काम करहाइपरपिगमेंटेशन को रोकने में मदद कर सकता है। विटामिन-सी की इस प्रक्रिया से झाइयों से निजात पाने में मदद मिल सकती है (3)।
2. एलोवेरा
सामग्री:
- एक चम्मच एलोवेरा जेल
उपयोग की विधि:
- एलोवेरा जेल कोफ्रेकल्स पर लगाएं।
- इसके बाद 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें।
- फिर पानी से धो लें।
- इसे प्रतिदिन इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों की वजह सेफ्रेकल्स की समस्या हो सकती है। यहां एलोवेरा काम कर सकता है, क्योंकि इसके रेडिएशन प्रोटेक्टिव गुण त्वचा को रेडिएशन डैमेज से बचाने में मदद कर सकते हैं(4)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
3. हल्दी
सामग्री:
- एक चम्मच हल्दी पाउडर
- एक चम्मच नींबू का रस
उपयोग की विधि:
- हल्दी में नींबू के रस को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
- इस पेस्ट कोफ्रेकल्स वाले भाग पर लगाएं।
- लगभग आधे घंटे के लिए इसे सूखने दें।
- फिर पानी से त्वचा को अच्छी तरह धो लें।
- इसे हफ्ते में एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
हल्दी को त्वचा के लिए लाभदायक माना जाता है। इसे त्वचा के रंग को निखारने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। झाइयों को दूर करने में भी यह विशेष योगदान दे सकता है। दरअसल, इसमें भी मेलेनोजेनेसिस यानी मेलेनिन के उत्पादन की प्रक्रिया को रोकने का गुण पाया जाता है (5)। जैसा कि ऊपर बताया गया है कि मेलेनिन की अधिकता के कारण झाई की समस्या हो सकती है। इसलिए,फ्रेकल्स के लिए घरेलू उपाय में हल्दी को भी शामिल किया जा सकता है।
4. दही
सामग्री:
- लगभग तीन चम्मच दही
उपयोग की विधि:
- दही कोफ्रेकल्स पर लगाकरलगभग 10 मिनट तकहल्की मालिश करें।
- फिर पानी से त्वचा को धो लें।
- इस उपाय को प्रतिदिन दो बार किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
दही पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसे त्वचा के लिए भी लाभकारी माना गया है। दरअसल, दही में लैक्टिक एसिड पाया जाता है, जो अपने अंदर ब्लीचिंग गुण रखता है। यह ब्लीचिंग गुण झाई की समस्या को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकता है (6)। हालांकि, यह उपाय कितना कारगर होगा, इस पर सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
5. शहद
सामग्री:
- एक चम्मच शहद
- एक चम्मच नींबू का रस
उपयोग की विधि:
- शहद और नींबू के रस को मिलाकर लेप तैयार कर लें।
- लेप को झाई वाले हिस्से पर लगाएं।
- फिर 20 मिनट के लिए छोड़ दें।
- इसके बाद पानी से त्वचा धो लें।
- इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
शहद को त्वचा पर लगाने से कई फायदे हो सकते हैं, जिनमें से एक झाई से निजात पाना भी हो सकता है। दरअसल, झाई होने के कारण में सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणें भी शामिल हैं (2)। इस विषय के संबंध में एनसीबीआई ने एक शोध भी पब्लिश किया है। शोध में कहा गया है कि शहद, सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से त्वचा को बचाने का काम कर सकता है (7)। इसलिए,फ्रेकल्स के लिए घरेलू उपाय में शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है।
6. नीलगिरी का तेल
सामग्री:
- नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें
- बादाम के तेल की कुछ बूंदें
उपयोग की विधि:
- सबसे पहले दोनों तेल को मिला लें।
- फिर इस मिश्रण को झाई वाले हिस्से पर लगाएं।
- इसके बाद लगभग 20 मिनट तक त्वचा को ऐसे ही छोड़ दें।
- अंत में त्वचा को पानी से धो लें।
- इसे रोजाना एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
नीलगिरी के तेल में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जिनका सकारात्मक प्रभाव झाइयों से निजात दिलाने में दिख सकता है। दरअसल, एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध से पता चला है कि नीलगिरी का तेल मेलेनिन के उत्पादन को नियंत्रित करने का काम कर सकता है (8)। इससे झाइयों को कम करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, यह काम नीलगिरी का तेल कैसे करता है, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
7. पोमेलो एसेंशियल ऑयल
सामग्री:
- पोमेलो एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें
- बादाम तेल की कुछ बूंदें
उपयोग की विधि:
- सबसे पहले दोनों तेल को मिला लें।
- फिर इस मिश्रण को प्रभावित त्वचा पर लगाएं।
- इसके बाद 20 मिनट के लिए त्वचा को ऐसे ही छोड़ दें।
- बाद में त्वचा को पानी से धो लें।
- इसे दिन में एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित किए गए एक रिसर्च से यह पता चलता है कि पोमेलो के छिलके से बने एसेंशियल ऑयल में एंटी-मेलेनोजेनिक गुण पाया जाता है। ये गुण मेलेनिन के उत्पादन को कम करने का काम कर सकता है, जिससे झाई की समस्या से राहत मिल सकती है (9)।
8. कोको बटर
सामग्री:
- दो चम्मच कोको बटर
उपयोग की विधि:
- कोको बटर को प्रभावित त्वचा पर लगाकर कुछ मिनट के लिए हल्की मसाज करें।
- फिर इसे रातभर के लिए छोड़ दें।
- इसके बाद सुबह त्वचा को पानी से अच्छी तरह धो लें।
- इसे हफ्ते में 2 से 3 बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
कोको और कोको बटर कई तरह के फाइटोकंपाउंड से समृद्ध होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों के साथ कोको में मौजूद तत्व फोटोएजिंग (धूप के कारण एजिंग) से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं (10)। कोको के ये गुण कोटो बटर में भी हो सकते हैं। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि कोटो बटर त्वचा पर धूप के प्रभाव को कम कर झाइयों से बचाव का काम कर सकता है। हालांकि, त्वचा पर यह कितना कारगर होगा, इस पर सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
9. शीया बटर
सामग्री:
- दो चम्मच शिया बटर
उपयोग की विधि:
- शिया बटर को हल्का गर्म कर लें।
- फिर इसे झाई वाले भाग पर लगाकर धीरे-धीरे मालिश करें।
- फिर रातभर के लिए छोड़ दें और सुबह पानी से धो लें।
- इस उपाय को रोजाना रात में सोने से पहले किया जा सकता है।
कैसे है फायदेमंद:
शिया बटरफ्रेकल्स से बचाव कर सकता है। यह प्राकृतिक रूप से यूवी किरणों से सुरक्षा प्रदान करने में मदद कर सकता है। जैसा कि हमने ऊपर लेख में बताया है कि झाइयां होने का एक कारण यूवी किरणें भी हैं (11)। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि शिया बटर झाई की स्थिति में मददगार हो सकता है।
10. बैंगन
सामग्री:
- एक बैंगन
उपयोग की विधि:
- बैंगन को काटें और इसके टुकड़े को झाई वाले हिस्से पर धीरे-धीरे रगड़ें।
- फिर 10 मिनट के लिए छोड़ दें।
- इसके बाद त्वचा को पानी से अच्छी तरह धों लें।
- इसे दिन में एक बार इस्तेमाल करें।
कैसे है फायदेमंद:
झाई से छुटकारा दिलाने में बैंगन मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, विटामिन-ई और विटामिन-सी सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों से त्वचा को सुरक्षा प्रदान करने का काम कर सकते हैं (12)। वहीं, बैंगन इन दोनों पोषक तत्वों से समृद्ध होता है (13)। इसलिए, कहा जा सकता है कि बैंगन त्वचा को यूवी किरणों से सुरक्षा देकर झाइयों से बचा सकता है। इन वैज्ञानिक प्रमाणों के बावजूद अभी स्पष्ट तौर पर यह कहना मुश्किल है कि बैंगन सीधे तौर पर कितना कारगर होगा। फिलहाल, इस संबंध में और शोध की आवश्यकता है।
11. केले का छिलका
सामग्री:
- एक पके हुए केले का छिलका
उपयोग की विधि:
- केले के छिलके को झाई वाले त्वचा पर रगड़ें।
- फिर 20 मिनट के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें।
- इसके बाद त्वचा को पानी से धो लें।
कैसे है फायदेमंद:
झाइयों को दूर करने में केले का छिलका प्रभावी हो सकता है। दरअसल, इस संबंध में एक शोध एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध है। शोध में कहा गया है कि केले का छिलका मेलेनोजेनेसिस प्रक्रिया को रोककर मेलेनिन के उत्पादन को नियंत्रित करने का काम कर सकता है (14)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
12. कीवी फल
सामग्री:
- आधा कप कटा हुआ कीवी फल
- दो स्ट्रॉबेरी
उपयोग की विधि:
- सबसे पहले दोनों सामग्रियों को पीसकर पेस्ट बना लें।
- इस मिश्रण को झाई वाले भाग पर लगाएं।
- फिर लगभग 20 से 25 मिनट के लिए छोड़ दें।
- इसके बाद त्वचा को पानी से धो लें।
- इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार कर सकते हैं।
कैसे है फायदेमंद:
कीवी फल में विटामिन ई और विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है (15)। जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि विटामिन ई और विटामिन सी त्वचा को सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से बचाए रखने में मदद कर सकते हैं (12)। इसलिए, कहा जा सकता हैकिवी के फायदे यूवी किरणों की वजह से होने वालेफ्रेकल्ससे बचाव कर सकते हैं। फिलहाल, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
इस आर्टिकल के अगले हिस्से में हम फ्रेकल्स से बचाव के कुछ उपाय जानेंगे।
फ्रेकल्स से बचाव – Prevention Tips for Freckles in Hindi
फ्रेकल्स से बच रहने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं –
- धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन का प्रयोग करें।
- अगर दोपहर के समयबाहर निकल रहे हैं, तो पूरे कपड़े पहनकर निकलें, साथ ही चेहरे को भी कवर करें।
- धूप से बचने के लिए टोपी लगाएं और छाते का इस्तेमाल करें।
उम्मीद है कि अब आपको फ्रेकल्स के कारण और इसके उपाय संबंधी जरूरी जानकारी मिल गई होगी। साथ ही आपको यह भी समझ आ गया होगा कि घरेलू उपचार की मदद से झाइयों से कैसे बचा जा सकता है। एक बार फिर से बता दें कि लेख में बताए गए घरेलू नुस्खे झाइयों का इलाज नहीं हैं, लेकिन ये इनसे छुटकारा दिलाने में एक सहायक भूमिका जरूर निभा सकते हैं। आप इस विषय के संबंध में कोई भी सुझाव देने या सवाल पूछने के लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स की मदद ले सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
झाई से छुटकारा पाने में कितना समय लगता है?
झाई की गंभीरता और इलाज की विधि पर निर्भर करता है कि इससे छुटकारा पाने में कितना समय लगेगा। इस विषय पर सही जानकारी त्वचा विशेषज्ञ से मिल सकती है।
क्या एशियाई लोगों को फ्रेकल्स हो सकता है?
हां, एशियन लोगों को झाई की समस्या हो सकती है (16)।
फ्रेकल्स, मोल (तिल) और सनस्पोट के बीच अंतर क्या हैं?
ये तीनों ही त्वचा की अलग-अलग स्थितियां हैं। फ्रेकल्स मेलेनिन की अधिकता के कारण होता है, जिसमें त्वचा पर छोटे-छोटे धब्बे विकसित हो जाते हैं(1)। वहीं तिल यानी मोल,पिगमेंट सेल्स के गुच्छे में बढ़ने का कारण होता है (17)।सनस्पॉट्स भी झाइयों की तरह ही होते हैं, लेकिन ये इनसे आकार में थोड़े बड़े होते हैं।
क्या फ्रेकल्स हमेशा के लिए रहते हैं?
नहीं, झाई को नियमित इलाज की मदद से दूर किया जा सकता है (18)।
कैंसर वाली झाई कैसी दिखाई देती है?
कैंसर वाले फ्रेकल्स का आकार, रंग और इनके बढ़ने की प्रक्रिया आम फ्रेकल्स की तुलना में अलग हो सकते हैं। ये रंग में ब्लैक शेड्स या भूरे हो सकते हैं। साथ ही इनका आकार छोटा, बड़ा या दोनों हो सकते हैं (19)।
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