सब्जियों के साथ-साथ फलों का सेवन भी स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। ऐसे फलों में रास्पबेरी का नाम भी आता है। यह फल दिखने में जितना आकर्षक होता है, उससे कहीं ज्यादा गुणकारी है। माना जाता है कि यह फल हमें सेहतमंद रखने में मदद कर सकता है। वहीं, अगर अस्वस्थ हैं, तो बीमारियों के कुछ लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। अब आप सोचेंगे कि बीमारी को ठीक क्यों नहीं कर सकता, तो सरल जवाब यह है कि बीमार होने की अवस्था में डॉक्टरी इलाज ही सबसे बेहतर है। चलिए, स्टाइलक्रेज के इस लेख में जानते हैं शरीर को होने वाले रास्पबेरी के फायदे। लेख के अंत में हम रास्पबेरी के नुकसान के विषय में भी बताएंगे।
रसभरी के फायदे जानने से पहले, रास्पबेरी क्या होता है और इसका स्वाद कैसा होता है, यह जानना जरूरी है।
रास्पबेरी क्या है? – What is Raspberry in Hindi
रास्पबेरी लाल रंग का रसदार फल होता है, जो गुलाब परिवार से संबंधित है। रास्पबेरी को रसभरी भी कहा जाता है। यह फल कई रंगों में पाया जाता है जैसे – लाल, काले व बैंगनी। यह बहुत ही स्वादिष्ट फल होता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन-सी और अन्य जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जिस कारण यह बहुत ही गुणकारी फल माना जाता है (1) (2)। वैसे तो रसभरी के गुण अनेक हैं, लेकिन लेख के आगे के भाग में हम रसभरी के विभिन्न फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
लेख के इस भाग में जानिए रास्पबेरी के फायदे, जिसे जानकर किसी को भी रास्पबेरी खाने की इच्छा हो सकती है।
रास्पबेरी के फायदे – Benefits of Raspberry in Hindi
नीचे हम न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए रसभरी के फायदे बता रहे हैं, बल्कि यह त्वचा और बालों के लिए कैसे लाभकारी है, इस विषय में भी बताएंगे।
1. वजन कम करने के लिए रास्पबेरी के फायदे
बढ़ते वजन से परेशान लोग रास्पबेरी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। दरअसल, रास्पबेरी कीटोन (Raspberry Ketone), जोकि लाल रास्पबेरी से निकाली जाती है, उसका सेवन वजन घटाने में मदद कर सकता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, अगर रास्पबेरी कीटोन को विटामिन-सी के साथ लिया जाए, तो यह मोटापा घटाने में मददगार साबित हो सकती है। इसके अलावा, इसमें एंटी-ओबेसिटी गुण मौजूद होते हैं, जो मोटापा और फैटी लिवर को कम करने में मदद कर सकते हैं। बेशक रास्पबेरी में ये सभी गुण होते हैं, लेकिन इस संबंध में अभी और वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है (3) (4)।
2. कैंसर के लिए रसभरी के फायदे
रास्पबेरी विटामिन-सी और फाइबर से भरपूर होती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ एसोफेगस (Esophagus) यानी भोजन-नली और डाइटरी फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal Cancer) से बचाव कर सकते हैं। इतना ही नहीं रसभरी के अन्य गुणों की अगर बात करें, तो इसमें इलाजिक एसिड (Ellagic Acid) मौजूद होता है, जो कैंसर या ट्यूमर के प्रभाव को बढ़ने से रोक सकता है (5)। ध्यान रहे कि यह कैंसर से बचाव कर सकता है, लेकिन अगर कोई कैंसर से पीड़ित है, तो उसे डॉक्टर से इलाज कराने की सख्त जरूरत है, क्योंकि कैंसर एक घातक बीमारी है।
3. मधुमेह के लिए रसभरी के फायदे
मधुमेह के रोगियों को मीठा संतुलित मात्रा में या न के बराबर खाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में अगर किसी को डायबिटीज है, तो वो डॉक्टर की सलाह पर संतुलित मात्रा में रास्पबेरी का सेवन कर सकते हैं। यह फल न सिर्फ मीठा खाने की इच्छा को पूरा कर सकता है, बल्कि ब्लड ग्लूकोज की मात्रा को संतुलित रखने में मदद कर डायबिटीज के जोखिम को कम कर सकता है। ध्यान रहे कि इसके साथ मधुमेह के लिए दवाइयों का सेवन भी जरूरी है। इसके अलावा, जिन्हें मधुमेह नहीं है और वो डायबिटीज के जोखिम से बचाव चाहते हैं, तो वो भी रास्पबेरी का सेवन कर सकते हैं (5)।
4. आंखों के लिए रास्पबेरी के फायदे
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भी रास्पबेरी का सेवन किया जा सकता है। कई अध्ययनों के अनुसार, गहरे रंग के फल जैसे – स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी और रास्पबेरी में फ्लेवोनॉइड और पॉलीफेनोलिक यौगिक (Flavonoids and Polyphenolic compounds) के साथ-साथ कई अन्य गुण भी मौजूद हैं, जो आंखों को स्वस्थ रखने में मददगार साबित हो सकते हैं (6)। हालांकि, ये किस प्रकार मदद करते हैं, इस पर अभी और मेडिकल रिसर्च किए जाने की जरूरत है।
5. पाचन के लिए रास्पबेरी के फायदे
रास्पबेरी में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन संबंधी समस्याओं को दूर कर पाचन क्रिया को बढ़ावा देने का काम कर सकता है। इसलिए, स्वस्थ पाचन के लिए इसे डाइट में शामिल किया जा सकता है (7) (8)। वहीं, जो स्वस्थ हैं, वो इसका सेवन कर अपने पाचन तंत्र को हमेशा ठीक रख सकते हैं।
6. हृदय के लिए रसभरी के फायदे
रास्पबेरी या रसभरी हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है (9)। रास्पबेरी में एंटीऑक्सीडेंट जैसे – ऐंथोसायनिन और ऐलाजिटैनिन (anthocyannins and elergitannins) मौजूद होते हैं, जो हानिकारक कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल को कम करने या संतुलित रखने में मदद कर सकते हैं, जिस कारण कई हृदय संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है (5)। वहीं, रास्पबेरी में फाइबर भी होता है और स्वस्थ हृदय के लिए फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ लाभकारी हो सकते हैं (10)।
7. गठिया के लिए रास्पबेरी के फायदे
बढ़ती उम्र या फिर पोषक तत्वों की कमी के कारण हड्डियों से संबंधित समस्याएं भी होने लगती है। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते इन पर ध्यान दिया जाए। हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए भी रास्पबेरी का सेवन किया जा सकता है। रास्पबेरी में विटामिन-सी के साथ-साथ ऐंथोसायनिन (Anthocyanin), क्वेरसेटिन (Quercetin) जैसे पॉलीफेनोल मौजूद होते हैं, जो ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis, गठिया का एक प्रकार) से बचने में मदद कर सकते हैं (11) (12)। अगर किसी को जोड़ों या हड्डियों में तेज दर्द हो रहा हो, तो डॉक्टर से चेकअप जरूर करवाना चाहिए।
8. फर्टिलिटी के लिए रसभरी के गुण
मां बनना महिला के जीवन को पूरा होने का एहसास दिलाता है, लेकिन कभी-कभी किन्हीं कारणों से कुछ महिलाएं इस खुशी से वंचित रह जाती हैं। ऐसे में महिला को अपनी डाइट पर खासतौर पर ध्यान देना चाहिए और ऐसे खाद्य पदार्थों का चुनाव करना चाहिए, जिससे उनकी फर्टिलिटी में सुधार हो। महिला अपने आहार में रास्पबेरी शामिल कर सकती हैं, क्योंकि यह फल फर्टिलिटी बढ़ाने में कुछ मदद कर सकती है (13)। फर्टिलिटी बढ़ाने में रास्पबेरी कैसे काम करती है, इस पर अभी और वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है। साथ ही अगर किसी महिला को गर्भधारण करने में समस्या हो, तो उसे डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।
9. याददाश्त में सुधार के लिए रास्पबेरी
कई लोगों की भूलने की आदत होती है, जो शुरूआत में तो बहुत सामान्य लग सकती है, लेकिन अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह अल्जाइमर जैसी भूलने की बीमारी बन सकती है। ऐसे में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इन्फ्लेमेटरी पॉलीफेनोलिक युक्त खाद्य पदार्थ जैसे – रास्पबेरी के सेवन से याददाश्त में सुधार किया जा सकता है (5)। इसलिए, भूलने की आदत को अनदेखा न करते हुए अपने आहार में बेरी को शामिल कर सकते हैं। रास्पबेरी के सेवन से भूलने की समस्या कुछ हद तक कम हो सकती है।
10. इम्युनिटी के लिए रसभरी के फायदे
इम्यून पावर यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाए रखने के लिए रास्पबेरी पर भरोसा किया जा सकता है। जैसा कि लेख में ऊपर बताया गया है कि रास्पबेरी में विटामिन सी मौजूद होता है और विटामिन सी इम्यून पावर को बढ़ाने में मदद कर सकता है (14)। इस प्रकार रास्पबेरी जैसे छोटे-से फल के सेवन से कई बीमारियों के जोखिम से बचा जा सकता है (15)। यह संक्रमण से लड़ने में भी मदद कर सकता है (16)।
11. पीरियड्स क्रैम्प्स के लिए रास्पबेरी
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई परेशानियां जैसे – पेट में दर्द, ऐंठन और मतली का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कुछ महिलाएं इन समस्याओं से राहत पाने के लिए दवाइयों का सहारा भी लेती हैं, जिसके नुकसान भी हो सकते हैं। ऐसे में घरेलू उपायों की सहायता लेना फायदेमंद हो सकता है। अगर मासिक धर्म के दौरान दर्द या ऐंठन हो, तो रास्पबेरी की पत्तियों की चाय का सेवन किया जा सकता है। इसके सेवन से ऐंठन की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। पीरियड्स के दौरान रोजाना इस चाय का सेवन किया जा सकता है (17)। अगर फिर भी दर्द कम न हो, तो डॉक्टर से सलाह लेने में देरी न करें।
12. एंटीबैक्टीरियल
रास्पबेरी में एंटीबैक्टीरियल गुण भी मौजूद होते हैं। रास्पबेरी जूस का एंटीबैक्टीरियल गुण कुछ खास तरह के बैक्टीरिया जैसे – साल्मोनेला (Salmonella), शिगेला (Shigella) और ई. कोलाई (E. coli) को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है। फिलहाल, रास्पबेरी में एंटी-फंगल गुण की पुष्टि नहीं हुई है (18)।
13. त्वचा के लिए रास्पबेरी के फायदे
रास्पबेरी सिर्फ स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि त्वचा के लिए भी लाभकारी हो सकती है। रास्पबेरी का सेवन आपको त्वचा के कैंसर से बचा सकता है (5)। इतना ही नहीं काली रास्पबेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा पर एंटी-एजिंग प्रभाव डालकर बढ़ती उम्र के असर को कम कर सकते हैं (19)। इतना ही नहीं रास्पबेरी त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से भी बचा सकती है (20)। वहीं, अगर किसी को त्वचा से जुड़ी कोई गंभीर समस्या हो, तो डॉक्टर के पास जरूर जाएं।
14. बालों के लिए रास्पबेरी के फायदे
रास्पबेरी न सिर्फ स्वास्थ्य और त्वचा के लिए, बल्कि बालों के लिए भी लाभकारी हो सकती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार कैप्साइसिन (Capsaicin) का उपयोग डर्मल आईजीएफ को बढ़ाने में मदद कर सकता है। डर्मल आईजीएफ (Dermal IGF-I) एक प्रकार का हार्मोन होता है, जो त्वचा और बालों के लिए काम करता है। ऐसे में रास्पबेरी कीटोन (Raspberry Ketone, रास्पबेरी में पाया जाने वाला घटक) फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि यह कैप्साइसिन की तरह काम कर न सिर्फ त्वचा की इलास्टिसिटी में सुधार करता है, बल्कि बालों को भी बढ़ाने में मदद कर सकता है (21)।
आगे जानिए कि रास्पबेरी में ऐसे कौन से पौष्टिक तत्व हैं, जो इसे इतना फायदेमंद बनाते हैं।
रास्पबेरी के पौष्टिक तत्व – Raspberry Nutritional Value in Hindi
नीचे हम रास्पबेरी में मौजूद पौष्टिक तत्वों की सूची आपके साथ साझा कर रहे हैं। यहां जानिए इनके बारे में और सेवन कर रसभरी के फायदे का आनंद लें (22)।
पोषक तत्व | प्रति 100 ग्राम |
---|---|
पानी | 85.75 ग्राम |
एनर्जी | 52 केसीएल |
प्रोटीन | 1.2 ग्राम |
टोटललिपिड (फैट) | 0.65 ग्राम |
ऐश | 0.46 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 11.94 ग्राम |
फाइबर, टोटलडाइटरी | 6.5 ग्राम |
शुगर | 4.42 ग्राम |
सुक्रोस | 0.2 ग्राम |
ग्लूकोज (डेक्सट्रॉस) | 1.86 ग्राम |
फ्रुक्टोज | 2.35 ग्राम |
कैल्शियम | 25 मिलीग्राम |
आयरन | 0.69 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 22 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 29 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 151 मिलीग्राम |
सोडियम | 1 मिलीग्राम |
जिंक | 0.42 मिलीग्राम |
कॉपर | 0.09 मिलीग्राम |
मैंगनीज | 0.67 मिलीग्राम |
सेलेनियम | 0.2 माइक्रोग्राम |
विटामिनसी, टोटलएस्कॉर्बिकएसिड | 26.2 मिलीग्राम |
थायमिन | 0.032 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन | 0.038 मिलीग्राम |
नायसिन | 0.598 मिलीग्राम |
पैंटोथैनिक एसिड | 0.329 मिलीग्राम |
विटामिनबी-6 | 0.055 मिलीग्राम |
फोलेट, टोटल | 21 माइक्रोग्राम |
कोलीन, टोटल | 12.3 मिलीग्राम |
बैटीन | 0.8 मिलीग्राम |
विटामिनए, आरएई | 2 माइक्रोग्राम |
कैरोटीन, बीटा | 12 माइक्रोग्राम |
कैरोटीन, अल्फा | 16 माइक्रोग्राम |
विटामिनए, आईयू | 33 आईयू |
लुटिन + जियाजैंथिन | 136 माइक्रोग्राम |
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरोल) | 0.87 मिलीग्राम |
टोकोफेरोलबीटा | 0.06 मिलीग्राम |
टोकोफेरोल, गामा | 1.42 मिलीग्राम |
टोकोफेरोल, डेल्टा | 1.04 मिलीग्राम |
विटामिनके (फिलोक्यूनोन-phylloquinone) | 7.8 माइक्रोग्राम |
फैटीएसिड, टोटलसैचुरेटेड | 0.019 ग्राम |
फैटीएसिड, टोटलमोनोअनसैचुरेटेड | 0.064 ग्राम |
फैटीएसिड, टोटलपोलीअनसैचुरेटेड | 0.375 ग्राम |
पौष्टिक तत्वों के बारे में जानने के बाद अब बारी आती है, रास्पबेरी के चुनाव और उसे लंबे वक्त तक कैसे सुरक्षित रखने के बारे में जानने की। लेख के इस भाग में हम उसी के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
रास्पबेरी का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?
नीचे जानिए अच्छे रसभरी का चुनाव कैसे किया जाए और रास्पबेरी को कैसे सही तरीके से स्टोर करके रखा जाए (23)।
चुनाव :
रास्पबेरी का चुनाव करना बहुत ही आसान है। हमेशा उस रास्पबेरी का चयन करें, जो गहरे रंग की और मोटी हो। उन रास्पबेरी को न चुनें, जो गली हुई, नर्म या दाग वाली हो।
रास्पबेरी को स्टोर कैसे करें ?
रास्पबेरी को फ्रिज में स्टोर करके रख सकते हैं। रास्पबेरी को खरीद कर लाने के बाद बिना धोए एक प्लेट में रखकर ऊपर से प्लास्टिक से ढककर फ्रिज में रख दें। ध्यान रहे कि रास्पबेरी को खरीदने के दो दिन के अंदर ही उसका सेवन कर लें।
अब बारी आती है इस मीठे फल के उपयोग के बारे में जानने की।
रास्पबेरी का उपयोग – How to Use Raspberry in Hindi
नीचे जानिए कि रास्पबेरी के फायदे के लिए उसका उपयोग आप कैसे कर सकते हैं (23)।
- आप रास्पबेरी का जूस पी सकते हैं।
- आप फ्रूट सलाद के साथ भी इसे खा सकते हैं।
- रास्पबेरी को केक में या अन्य डिजर्ट में उपयोग करके खा सकते हैं।
- आप चाहें तो सीधे रास्पबेरी का सेवन कर सकते हैं।
- आप अन्य फलों के साथ स्मूदी के रूप में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
नोट : अगर बात करें रास्पबेरी का सेवन कितनी मात्रा में करना है, तो यह व्यक्ति के उम्र और उसके स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। इस स्थिति में डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ ही आपको सीधे तौर पर सलाह दे सकते हैं।
किसी भी चीज का अगर जरूरत से ज्यादा सेवन किया जाए, तो उसका उल्टा असर भी हो सकता है। वैसे ही रास्पबेरी के अधिक सेवन से रास्पबेरी के नुकसान भी हो सकते हैं। लेख के इस भाग में हम उसी के बारे में जानकारी कर रहे हैं।
रास्पबेरी के नुकसान – Side Effects of Raspberry in Hindi
नीचे जानिए रसभरी के नुकसान।
- लाल रास्पबेरी एस्ट्रोजेन (Estrogen) की तरह काम कर सकती है, जिस कारण ब्रेस्ट कैंसर, ओवेरियन कैंसर और अन्य तरह के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है (24)।
- लाल रास्पबेरी की पत्तियों की चाय का सेवन से करने ब्लड शुगर का स्तर जरूरत से ज्यादा कम हो सकता है (24)।
- गर्भवती महिलाएं रास्पबेरी या रास्पबेरी कीटोन (रास्पबेरी का सप्लीमेंट) से दूर रहें। हालांकि, इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है कि यह गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदायक है या नहीं (25), लेकिन खुद के और होने वाले शिशु के स्वास्थ्य के लिए इसका सेवन न करें।
नोट : अगर आपको फूड एलर्जी है, तो रास्पबेरी का सेवन करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।
इस लेख को पढ़ने के बाद आप समझ ही गए होंगे कि बताई गई बीमारियों के लिए रास्पबेरी का सेवन किस प्रकार लाभकारी हो सकता है। साथ ही आपको लेख में इसके कुछ नुकसानों के बारे में भी जानकारी दी गई है। ध्यान रहे कि रास्पबेरी बताई गई बीमारियों के जोखिम को या इनके लक्षण को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन उन्हें पूरी तरह खत्म करने में कितना सहायक हो सकता है, इसका कोई प्रमाण मौजूद नहीं है। इसलिए, बीमारी से निजात पाने के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी है। इसके अलावा, लेख से जुड़ा कोई सवाल अगर आपके मन में है, तो आप उसे नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हमसे पूछ सकते हैं।
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