आड़ू यानी पीच सफेद या पीले रंग के छोटे मीठे फल होते हैं। इसे आलूबुखारा, खुबानी, चेरी और बादाम की श्रेणी में रखा जाता है। आड़ू को फल के रूप में खाया जा सकता है या विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में जोड़ कर इसका सेवन किया जा सकता है। साथ ही आड़ू कई विटामिन, मिनरल्स और अन्य गुणकारी पोषक तत्वों से समृद्ध है। स्टाइलक्रेज का यह लेख आड़ू के फायदे से जुड़ी हुई जानकारी से पूर्ण है। यहां आपको आड़ू से संबंधित हर प्रकार की जानकारी मिलेगी।
माना कि पीच स्वादिष्ट फल होता है, लेकिन क्या यह हमारे स्वास्थ के लिए अच्छा होता है? आइए, जानते हैं आड़ू खाने के फायदे के बारे में।
आड़ू फल आपके लिए क्यों अच्छा है?
आड़ू फल के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आड़ू में फाइबर, कम कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-सी, विटामिन-ए, विटामिन-ई, नियासिन, पोटैशियम, मैंगनीज व फास्फोरस से पोषक तत्व शामिल होते हैं (1)। आप बेहतर पाचन, स्वस्थ त्वचा और एलर्जी से राहत पाने के लिए आड़ू का सेवन कर सकते हैं। आड़ू के फायदे जानने के लिए पढ़ते रहें यह आर्टिकल।
आड़ू के फायदे – Benefits of Peach (Aadu fruit) in Hindi
आड़ू कई बीमारियों को दूर कर शरीर को रोग मुक्त भी बनाता है। आइए जानते हैं आड़ू खाने के फायदे के बारे में।
1. वजन घटाने में कारगर
फाइबर युक्त आहार वजन घटाने में मदद कर सकते हैं और आड़ू फाइबर का अच्छा स्राेत है (1)। आड़ू खाने के फायदे यह है कि इसमें कम कैलोरी होती है। आड़ू खाने का फायदा ये भी है कि ये चयापचय को बढ़ाने में मदद करते हैं। बेहतर चयापचय भी कैलोरी को कम करने में मदद करता है और इस प्रकार आड़ू फल वजन घटाने में सहायता करता है (2)।
2. कैंसर की रोकथाम में फायदेमंद
पीच में पाए जाने वाले मुख्य तत्व कैंसर कोशिकाओं के निर्माण और उन्हें बढ़ने से रोकते हैं। आड़ू में कैरोटीनॉयड और कैफिक एसिड पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं। ये दोनों कैंसर की रोकथाम में कारगर होते हैं (3) (4)। आड़ू में पॉलीफेनॉल्स भी पाए जाते हैं, जो ट्यूमर को कैंसर में परिवर्तित नहीं होने देते। यह भी आड़ू के फायदे में से एक है। साथ ही आड़ू स्वस्थ कोशिकाओं को सुरक्षा प्रदान कर कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट कर सकता है (5)। एक अमेरिकी अध्ययन में कहा गया है कि आड़ू फल में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल्स स्तन कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकते हैं। साथ ही कोलन कैंसर में भी आड़ू के फायदे देखने को मिल सकते हैं (6)।
3. स्वस्थ आंखों के लिए आड़ू
आड़ू में विटामिन-ए, सी और कैरोटीनॉयड्स पाए जाते हैं, जो ग्लूकोमा को दूर कर सकते हैं। साथ ही ये स्वस्थ आंखों के लिए आवश्यक घटक हैं। प्रतिदिन एक आड़ू खाने से ग्लूकोमा के साथ ही कई बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है (7)।
4. पाचन तंत्र को करे मजबूत
रोजाना एक ताजा आड़ू खाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में फाइबर मिल जाता है। फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाने में योगदान देता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है (8)। पाचन के लिए अच्छा होने के अलावा मूत्रवर्धक के रूप में भी आड़ू के फायदे देखे जा सकते हैं। यह लिवर और मूत्राशय को भी साफ करने में मदद करता है ।
5. कोलेस्ट्रॉल को करे नियंत्रित
अगर आप उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं, तो प्रतिदिन एक आड़ू फल का सेवन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकता है। आड़ू में पाया जाने वाला फाइबर शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को कम करता है साथ ही इससे होने वाली बीमारियों से सुरक्षा भी प्रदान करता है (9)।
6. बेहतर करे मस्तिष्क
ताजा पीच के गूदे और छिलके का सेवन साइटटॉक्सिसिटी से छुटकारा दिलाता है, जो कि मस्तिष्क की कोशिकाओं के लिए हानिकारक होता है। साथ ही इसके सेवन से मस्तिष्क के ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को भी दूर करने में मदद मिलती है (10)। साथ ही आड़ू फल में पाया जाने वाला फोलेट दिमाग को स्वस्थ रखने में सहायक होता है (11)।
7. दिल को स्वस्थ बनाए
आड़ू में पोटैशियम, फ्लोराइड और आयरन जैसे कई महत्वपूर्ण खनिज होते हैं। पोटैशियम सेल और शरीर के तरल पदार्थों का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो ह्रदय गति और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है (1)। आड़ू फल का प्रतिदिन सेवन करने से कोरोनरी ह्रदय रोग और स्ट्रोक का जोखिम काफी कम हो सकता है। साथ ही ह्रदय को सुरक्षा भी प्रदान करता है (10)। आड़ू ह्रदय को नुकसान पहुंचाने वाले उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है (12)।
8. तनाव दूर करे
आड़ू में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा होती है। यह तंत्रिका तंत्र को शांत रख तनाव को कम करने में मदद करता है। वैज्ञानिक शोध के अनुसार, मैग्नीशियम की कमी केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के कामकाज को प्रभावित कर सकती है। इस प्रकार आड़ू के प्रयोग से मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के द्वारा दिए जाने वाले संकेतों की गतिविधि बढ़ जाती है और वो सही तरीके से अपना काम करते हैं (13)।
9. बुढ़ापे को रखे दूर
आड़ू के अंदर जिंक की मात्रा भी पाई जाती है, जिसमें एंटी-एजिंग यानी बुढ़ापे को रोकने के गुण होते हैं। वैज्ञानिक शोध के अनुसार, आड़ू जैसे जिंक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन एंटीबॉडी के उत्पादन को बढ़ावा देता है और मुक्त कणों से कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाता है (14)। साथ ही यह पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को बढ़ाकर प्रजनन क्षमता को बेहतर कर सकता है (15)।
10. एंटीऑक्सीडेंट का स्रोत
पीच में जरूरी पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान जरूरी होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करने में मदद मिलती है। साथ ही त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे कि दाग और धब्बे तेजी से ठीक होते हैं (16)।
11. विषाक्त पदार्थों को करे दूर
शरीर को डिटॉक्सीफाई करने से काफी फायदा होता है। शरीर को डिटॉक्सिफाई करने का मतलब है शरीर में जमा हो चुके विषैले पदार्थों को बाहर निकालना। इससे न सिर्फ वजन संतुलित रहता है, बल्कि स्वास्थ्य भी बेहतर होता है और जीवनशैली में सुधार हो सकता है। रोजाना एक ताजा पीच खाने के फायदे ये होते हैं कि इससे शरीर में जमा गंदगी को बाहर निकाला जा सकता है (17)।
12. गर्भावस्था के दौरान फायदेमंद
फाइबर जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर आड़ू गर्भावस्था में फायदेमंद हो सकता है (18)। इसमें मौजूद विटामिन-सी गर्भ में पल रहे शिशु की हड्डियों, दांतों, त्वचा, मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं के स्वस्थ विकास में मदद करता है। यह आयरन का भी अच्छा स्रोत है, जो गर्भावस्था के दौरान महत्वपूर्ण है। आड़ू फल में पाए जाने वाले फोलेट के कारण स्पाइना बिफिडा जैसे न्यूरल ट्यूब दोष को रोकने में मदद करता है, जो कि नवजात शिशु के मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी के दोष होते हैं (19)। आड़ू में फोलिक एसिड होता है, जो गर्भावस्था के दौरान मांसपेशियों में ऐंठन और थकान को कम करने में मदद करता है (20)।
13. एलर्जी के लक्षणों को कम करे
हिस्टामाइन शरीर की रक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं (21), जो खुजली, खांसी और एलर्जी जैसे लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। वैज्ञानिक अनुसंधान से पता चलता है कि आड़ू रक्त में हिस्टामाइन के स्तर को बेहतर कर एलर्जी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है (22)। इसके अलावा, आड़ू का अर्क एलर्जी के कारण शरीर में आने वाली सूजन को कम कर सकता है (23)।
14. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है आड़ू
आड़ू में आवश्यक पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं। आड़ू में एस्कॉर्बिक एसिड और जिंक से समृद्ध हैं, जो शरीर की स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने में मदद करते हैं। इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी और जस्ता प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करने, घावों को भरने और एंटीऑक्सीडेंट गुणों को बढ़ाने में सहायता करता है। इससे शरीर को संक्रमण से लड़ने और सर्दी, मलेरिया, निमोनिया व दस्त जैसी बीमारियों की गंभीरता को कम करने में मदद मिलती है (24)।
15. त्वचा की देखभाल
आड़ू में विटामिन-सी होता है, जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही यह हानिकारक संक्रमणों से भी बचाव करता है। आड़ू पराबैंगनी विकिरण के खिलाफ त्वचा पर सुरक्षात्मक प्रभाव डालता है (25)। आड़ू में मौजूद फ्लेवोनोइड्स, आवश्यक विटामिन और मिनरल्स मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करते हैं। साथ ही त्वचा को हाइड्रेट रखते हैं। आड़ू में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण काले धब्बे जैसी समस्याओं को तेजी से ठीक करता है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी, झुर्रियों को कम करके त्वचा की बनावट में सुधार कर सकता है। साथ ही सूरज और प्रदूषण के कारण त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है।
अभी तक आपने आड़ू के फायदे जाने, आइए अब इसमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में बात करते हैं ।
आड़ू के पौष्टिक तत्व – Peach Nutritional Value in Hindi
आड़ू में पाए जाने वाले ये सभी पोषक तत्व हमारी त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद हैं ही साथ ही कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाते हैं (26)।
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम | |
---|---|---|
कैलोरी | 39 कैलोरी | |
कार्बोहाइड्रेट | 9.54 ग्राम | |
वसा | 0.25 ग्राम | |
प्रोटीन | 0.91 ग्राम | |
शुगर | 8.39 ग्राम | |
फाइबर | 1.5 ग्राम | |
विटामिन | ||
फोलट | 4 µg | |
नियासिन | 0.806 मिलीग्राम | |
राइबोफ्लेविन | 0.031 मिलीग्राम | |
थियामिन | 0.024 मिलीग्राम | |
विटामिन सी | 6.6 मिलीग्राम | |
विटामिन ए | 326 आईयू | |
विटामिन ई | 0.73 मिलीग्राम | |
विटामिन के | 2.6 µg | |
इलेक्ट्रोलाइट्स | ||
सोडियम | 0 मिलीग्राम | |
पोटैशियम | 190 मिलीग्राम | |
मिनरल्स | ||
कैल्शियम | 6 मिलीग्राम | |
आयरन | 0.25 मिलीग्राम | |
मैग्नीशियम | 9 मिलीग्राम | |
फास्फोरस | 20 मिलीग्राम | |
जिंक | 0.17 मिलीग्राम |
अब जान लेते हैं कि आड़ू को कब और कैसे उपयोग किया जा सकता है।
आड़ू का उपयोग – How to Use Peach in Hindi
इन तरीकों के माध्यम से आहार में आड़ू को शामिल कर सकते हैं :
- आड़ू के स्लाइस को दही में मिलाकर नाश्ते के रूप में ले सकते हैं।
- आप ताजा आड़ू को दूध के साथ एक मिक्सर में पीस कर केले से साथ मिलाकर ले सकते हैं।
- स्वादिष्ट स्नैक के लिए आड़ू की कुछ स्लाइस गर्म करें और उस पर थोड़ी दालचीनी डालकर इसे अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।
यहां हम आपको आड़ू की कुछ रेसिपी बता रहे हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ फायदेमंद भी हैं।
1. आड़ू सॉस
सामग्री :
- 500 ग्राम सूखा हुआ आड़ू
- 1 चम्मच दालचीनी
- 1 उबला हुआ आलू
कैसे बनाएं :
- आड़ू और दालचीनी को एक पैन में डालें।
- करीब 20 मिनट तक इसे मध्यम आंच पर पकने दें और बीच-बीच में इसे चलाते रहें।
- गरम होने के बाद इसमें आलू को अच्छी तरह से मिला लें और ठंडा होने के बाद खाने के साथ परोसें।
- इसे टोस्ट आदि पर भी टॉपिंग की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
ध्यान दें: गाढे़पन के लिए सॉस को कम से कम 25-30 मिनट के लिए पकाएं।
2. आड़ू-ग्रील्ड पनीर सैंडविच
सामग्री :
- 8 स्लाइस साबुत अनाज की ब्रेड
- 500 ग्राम सूखा हुआ आड़ू
- 8 स्लाइस कम वसा वाला पनीर
- 1/2 कप पालक
- 4 चम्मच वनस्पति तेल
विधि :
- कम आंच पर एक बड़े नॉन-स्टिक पैन में वनस्पति तेल को डालकर गर्म करें।
- फिर पैन में ब्रेड के 4 स्लाइस रख दें।
- इस ब्रेड स्लाइस पर पनीर का एक टुकड़ा, मुट्ठी भर पालक, 4 से 6 आड़ू के स्लाइस, पनीर का एक और टुकड़ा, फिर अंत में सबसे ऊपर ब्रेड की स्लाइस को रखकर फ्राई करें।
- 4 से 5 मिनट के बाद सैंडविच को पलटें और करीब 4 से 5 मिनट पकाएं।
- अच्छी तरह पकने के बाद इसे सर्व करें।
3. आड़ू शेक
सामग्री :
- 2 कप दूध (लो फैट)
- 1 कप डिब्बाबंद आड़ू (सूखा हुआ या कटा हुआ)
- 1/2 चम्मच नींबू का रस
- जायफल (आवश्यकतानुसार)
विधि :
- सभी सामग्रियों को एक ब्लेंडर में डालें और अच्छी तरह ब्लेंड करें।
- आप चाहें तो इसमें जायफल भी मिला सकते हैं।
- ठंडा होने के लिए इसे थोड़ी देर के लिए फ्रिज में रख दें।
- ठंडा होने पर परोसें।
आइए, अब जानते हैं कि आड़ू का किस प्रकार से चयन करें कि वो लंबे समय तक खराब न हो।
आड़ू फल का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?
कैसे चयन करें :
- चुनने से पहले फल को सूंघकर देखें। आड़ू में अच्छी खुशबू होनी चाहिए।
- अच्छा आड़ू पीले या सुनहरे रंग का होता है।
- आड़ू छूने पर नरम होना चाहिए।
कैसे करें स्टोर :
- अगर आड़ू पूरी तरह से पका नहीं है, तो इसे कुछ दिन के लिए कमरे के तापमान पर रखा जा सकता है। इससे यह पक जाएगा।
- पके हुए आड़ू को कुछ दिन के लिए फ्रिज में रखा जा सकता है। इसके बाद यह खराब होने लगता है। इसलिए, इसे जल्द से जल्द खत्म कर देना चाहिए।
- कटे हुए आड़ू को काला होने से बचाने के लिए उस पर नींबू का रस लगाया जा सकता है।
आड़ू खाने के फायदे ही हों ऐसा नहीं है। आड़ू के फायदे के साथ-साथ कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
आड़ू फल के नुकसान – Side Effects of Peach (Aadu fruit) in Hindi
पीच के फायदे के लिए अन्य सभी खाद्य पदार्थों कर तरह पीच को भी उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए। न खाने योग्य और अधिक मात्रा में लिया गया आड़ू हमारी सेहत पर खराब असर छोड़ सकता है। आइए, देखते हैं आड़ू हमारे लिए किस प्रकार नुकसानदायक साबित हो सकता है :
- एलर्जी प्रतिक्रियाएं : कुछ लोगों के लिए आड़ू एलर्जी का कारण हो सकता है (27)।
- गंभीर रोगों का कारण : सूखे आड़ू के उत्पादन और भंडारण में सल्फर डाइऑक्साइड का उपयोग किया जाता है। इससे अस्थमा, पित्त, ब्रोंकाइटिस और एनाफिलेक्सिस एलर्जी का सामना करना पड़ सकता है (28)।
- आड़ू सीड्स : आड़ू के बीज में साइनाइड होता है, जो एक प्रकार का जहर होता है। अगर आप इसका उपयोग करते हैं, तो स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसलिए, आड़ू के बीज से बनी औषधि का सेवन डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए (29)।
आप आड़ू को फल के रूप में खाएं, सलाद में मिक्स करके या फिर इससे कोई व्यंजन बनाएं। यह हर लिहाज से आपके लिए लाभदायक है। विटामिन-ए, सी और फाइबर जैसे पोषक तत्व होने के कारण पीच के फायदे कई हैं। अगर आपने कभी आड़ू को नहीं खाया है, तो एक बार इसका सेवन जरूर करें। आप स्वयं ही इसके चमत्कारी फायदों को महसूस करेंगे। ध्यान रहे कि इसे खाने से पहले अच्छी तरह धो जरूर लें। हमें उम्मीद है कि आप आड़ू को अपनी डाइट में जरूर शामिल करेंगे और इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ को हमारे साथ जरूर शेयर करेंगे। आप अपने अनुभव नीचे दिए कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।
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