संतरे और नींबू के परिवार से संबंध रखने वाला चकोतरा फल औषधीय गुणों से भरपूर होता है। माना जाता है कि इसका सेवन स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं पर सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम स्टाइलक्रेज के इस लेख में चकोतरा के फायदे बताने जा रहे हैं। इस लेख में शरीर के लिए चकोतरा फल के फायदे के साथ चकोतरा फल के उपयोग के तरीके भी बताए जाएंगे। साथ ही चकोतरा खाने के नुकसान से जुड़ी जानकारी भी दी जाएगी। इस बात का ध्यान रखें कि चकोतरा फल लेख में बताई गई किसी भी बीमारी का इलाज नहीं है, लेकिन ये इन बीमारियों के लक्षण और प्रभाव को कम करने में मदद जरूर कर सकता है।
आइए, लेख में आगे बढ़ने से पहले जान लेते हैं कि चकोतरा फल क्या है ?
चकोतरा फल क्या है?
चकोतरा एक सिट्रस फल है, जो संतरे के परिवार (Rutaceae) से संबंध रखता है। यह आकार में संतरे से बड़ा होता है और इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है। इस फल को अंग्रेजी में ग्रेपफ्रूट के नाम से जाना जाता है। स्वाद के साथ-साथ यह औषधीय गुणों का भी खजाना है। यह कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जैसे विटामिन (सी, बी, ए & ई), आयरन, फाइबर, पोटेशियम आदि (1)। स्वास्थ्य के लिए यह कई तरीके से फायदेमंद हो सकता है, जिसकी जानकारी आगे लेख में दी गई है (2) (3)।
अब जानते हैं कि चकोतरा खाने के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं।
चकोतरा के फायदे – Benefits of Grapefruit (Chakotara) in Hindi
1. मधुमेह के लिए चकोतरा फल के फायदे
डायबिटीज के मरीज चकोतरा का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, इससे जुड़ा एक शोध एनसीबीआई (NCBI – National Center for Biotechnology Information) ने प्रकाशित किया है। अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों ने भोजन से पहले चकोतरा का सेवन किया, उनमें ग्लूकोज इंसुलिन के स्तर और इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance) में कमी पायी गई (4)। जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि मधुमेह रोगी इस फल का सेवन कर सकते हैं।
इसके अलावा, चकोतरा एक लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) फल होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI – जीआई) से जानकारी मिलती है कि भोजन कितनी जल्दी ब्लड शुगर (ग्लूकोज) को बढ़ा या घटा सकता है। अगर किसी खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा है, तो वो ब्लड ग्लूकोज की मात्रा बढ़ा सकता है। चकोतरा एक लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फल है (5)। यह फल रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। सावधानी के तौर पर डायबिटीज के मरीज इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
2. दिल के लिए चकोतरा खाने के फायदे
चकोतरा फल दिल की बीमारी के जोखिम को कम कर सकता है। इस संबंध में किए गए एक शोध में इस बात कि पुष्टि की गई है कि चकोतरा में मौजूद फ्लेवोनोइड्स हृदय रोगों पर सकारात्मक प्रभाव दिखा सकते हैं। शोध में बताया गया है कि फ्लेवोनोइड युक्त आहार के सेवन से इस्केमिक स्ट्रोक (रक्त के थक्कों की वजह से मस्तिष्क तक रक्त की आपूर्ति न होना) और हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम कम हो सकता है (6)।
वहीं दूसरी ओर उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारी के जोखिम को बढ़ा सकते हैं (7)। ऐसे में चकोतरा फल का सेवन ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है और साथ ही हानिकारक कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम कर अच्छे कोलेस्ट्रॉल से सुधार कर सकता है (6)।
3. कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए चकोतरा के गुण
चकोतरा का सेवन कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक साबित हो सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर इस संबंध में एक शोध उपलब्ध है। शोध के अनुसार चकोतरा फल में एपिजेनिन (Apigenin) नामक फ्लेवोनोइड मौजूद होता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और फ्री रेडिकल को खत्म करने के गुण मौजूद होते हैं। इतना ही नहीं यह एंटी कैंसर एजेंट के रूप में काम कर सामान्य कोशिकाओं को प्रभावित किए बिना कैंसर सेल्स के प्रसार को कम करने में मदद कर सकता है।
इसके साथ ही इसमें नरिंगीन (Naringin) और नरिंगेनीन (Naringenin) नामक फ्लेवोनोन्स भी मौजूद होते हैं। इन दोनों फ्लेवोनोन्स में एंटी-कार्सिनोजेनिक (कैंसर को बढ़ने से रोकने वाला) गुण पाए गए हैं। शोध में बताया गया है कि चकोतरा फल का सेवन पेट के कैंसर से बचाव कर सकता है (8)। हालांकि, अगर किसी को यह बीमारी है तो डॉक्टरी उपचार को नजरअंदाज न करें।
4. रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए चकोतरा के फायदे
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता का सही होना बहुत जरूरी होता है। एक मजबूत इम्यून सिस्टम, बीमारियों और संक्रमण से बचाव का काम करता है (9)। यहां चकोतरा के फायदे देखे जा सकते हैं। चकोतरा फल विटामिन ए और सी के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भी भरपूर होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता सुधारने में मदद कर सकते हैं (10) (1)। ये पोषक तत्व शरीर के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम कर रोगों को दूर रखने में सहायक भूमिका निभाते हैं (11) (12)।
5. ब्लड प्रेशर के लिए चकोतरा फल
ब्लड प्रेशर की समस्या दिल की बीमारी के साथ हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती है (6)। इसलिए, जरूरी है कि खानपान का ध्यान रखकर रक्तचाप को नियंत्रण में रखा जाए। उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखने के लिए व्यक्ति चकोतरा फल का सेवन कर सकता है। इसी विषय पर किए गए अध्ययन के अनुसार, चकोतरा फल का सेवन न सिर्फ ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है, बल्कि हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को भी कम कर सकता है (6)।
इसके अलावा, पर्याप्त पोटेशियम का सेवन उच्च रक्तचाप के जोखिम को कम कर सकता है (13) (14)। ऐसे में पोटेशियम से भरपूर चकोतरा फल का सेवन लाभकारी हो सकता है (1)।
6. वजन कम करने के लिए चकोतरा फल
बढ़ता वजन मधुमेह, उच्च रक्तचाप, लिवर संबंधी समस्याओं आदि का कारण बन सकता है (15)। इस स्थिति में बेहतर है कि वक्त रहते वजन को नियंत्रित किया जाए। यहां चकोतरा लाभकारी हो सकता है। दरअसल, इस संबंध में एक शोध किया गया है। शोध में परीक्षण के लिए 91 लोगों को शामिल किया गया। परीक्षण के दौरान 12 हफ्तों तक कुछ लोगों को चकोतरा फल का सेवन कराया गया, कुछ लोगों को चकोतरा फल के रस का, कुछ लोगों को चकोतरा फल के सप्लीमेंट का और कुछ लोगों को प्लेसिबो नामक कैप्सूल का। 12 हफ्ते के बाद यह बात सामने आई कि जिन लोगों ने चकोतरा और चकोतरे के रस का सेवन किया, उनके वजन में कमी देखी गई (16)।
7. त्वचा के लिए चकोतरा फल
चकोतरा फल न सिर्फ सेहत के लिए बल्कि त्वचा के लिए भी लाभकारी हो सकता है। यह बात एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में सामने आई है। इस शोध में उन महिलाओं को शामिल किया गया, जिनमें फोटोऐजिंग के लक्षण देखे गए। उन्हें चकोतरा फल और रोजमेरी से बना पाउडर मिश्रण (Nutroxsun) का सेवन कराया गया। इस शोध से यह बात सामने आई कि रोजमेरी और चकोतरा से बना पाउडर मिश्रण न सिर्फ सूरज की हानिकारक किरणों से त्वचा का बचाव कर सकता है, बल्कि त्वचा की झुर्रियों को भी कम कर सकता है (17) (18)। इस सप्लीमेंट को आप डॉक्टरी परामर्श पर ले सकते हैं।
लेख के इस भाग में जानिए चकोतरा फल के पौष्टिक तत्वों के बारे में।
चकोतरा के पौष्टिक तत्व – Grapefruit (Chakotara) Nutritional Value in Hindi
नीचे दी गई सूची में चकोतरा फल के पौष्टिक तत्वों की जानकारी दी गई है (1)।
पौष्टिकतत्व | मात्रा (प्रति 100 ग्राम) |
---|---|
पानी | 90.89 ग्राम |
एनर्जी | 32 केएसीएल |
प्रोटीन | 0.63 ग्राम |
टोटल लिपिड (फैट) | 0.1 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 8.08 ग्राम |
फाइबर, टोटल डायटरी | 1.1 ग्राम |
शुगर, टोटल | 6.98 ग्राम |
कैल्शियम | 12 मिलीग्राम |
आयरन | 0.09 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 8 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 8 मिलीग्राम |
पोटेशियम | 139 मिलीग्राम |
जिंक | 0.07 मिलीग्राम |
कॉपर | 0.047 मिलीग्राम |
सेलेनियम | 0.3 माइक्रोग्राम |
विटामिन सी | 34.4 मिलीग्राम |
थियामिन | 0.036 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन | 0.02 मिलीग्राम |
नियासिन | 0.25 मिलीग्राम |
विटामिन बी-6 | 0.042 मिलीग्राम |
फोलेट, टोटल | 10 माइक्रोग्राम |
कोलीन, टोटल | 7.7 मिलीग्राम |
विटामिन ए, आरएई | 46 माइक्रोग्राम |
कैरोटीन, बीटा | 552 माइक्रोग्राम |
ल्यूटिन + जियाजैंथिन | 6 माइक्रोग्राम |
विटामिन इ (अल्फा-टोकोफेरोल) | 0.13 मिलीग्राम |
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड | 0.014 ग्राम |
फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड | 0.013 ग्राम |
फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड | 0.024 ग्राम |
अब जानिए चकोतरा का उपयोग किन-किन तरीकों से किया जा सकता है।
चकोतरा का उपयोग – How to Use Grapefruit (Chakotara) in Hindi
नीचे जानिए कैसे आप चकोतरा फल को आसानी से उपयोग में ला सकते हैं।
- चकोतरा फल का सेवन सीधे किया जा सकता है।
- चकोतरा फल के जूस का सेवन किया जा सकता है।
- चकोतरा को अन्य फलों के साथ फ्रूट सलाद के रूप में खाया जा सकता है।
- चकोतरा फल को स्क्रब या फेसपैक की तरह त्वचा पर उपयोग किया जा सकता है।
- चकोतरा फल का रस भी चेहरे पर लगाया जा सकता है।
- बालों के लिए चकोतरा फल का हेयर मास्क उपयोग किया जा सकता है।
नोट : चकोतरा फल का सेवन कितनी मात्रा में करना है, यह व्यक्ति की उम्र और उसकी सेहत पर निर्भर करता है। इसलिए, इसके बारे में ज्यादा जानकारी के लिए व्यक्ति आहार विशेषज्ञ की सलाह ले सकता है।
लेख के अंत में जान लीजिए चकोतरा फल से होने वाले नुकसान के बारे में।
चकोतरा के नुकसान – Side Effects of Grapefruit (Chakotara) in Hindi
चकोतरा फल का अधिक मात्रा में सेवन नुकसान का कारण बन सकता है। नीचे इसी विषय पर जानकारी दी गई है।
- अगर कोई व्यक्ति ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल कम करने की दवा ले रहा है, तो वो डॉक्टरी परामर्श पर ही चकोतरा फल का सेवन करे। इन दवाइयों के साथ चकोतरा फल का सेवन हानिकारक हो सकता है (19)।
- चकोतरा एक सिट्रस फल है। ऐसे में जिसके दांत संवेदनशील है, उन्हें इसका सेवन कम करना चाहिए। इसके सेवन से दांतों में झनझनाहट की समस्या हो सकती है।
पौष्टिक तत्वों से भरपूर चकोतरा फल का सही और सीमित मात्रा में सेवन व्यक्ति के लिए लाभकारी हो सकता है। लेकिन, बेहतर है कि चकोतरा फल का सेवन इसके नुकसानों को ध्यान में रखते हुए ही किया जाए। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। चकोतरा के गुण आपके शरीर पर कैसा असर कर रहे हैं, इसका अनुभव हमारे साथ जरूर साझा करें। इसके अलावा, चकोतरा फल या चकोतरा के फायदे से जुड़े किसी सवाल के लिए आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स की मदद ले सकते हैं। स्वस्थ खाएं और स्वस्थ रहें।
संबंधित आलेख
The post चकोतरा के फायदे और नुकसान – Grapefruit (Chakotara) Benefits and Side Effects in Hindi appeared first on STYLECRAZE.
from STYLECRAZE https://ift.tt/2FBzLLr
via IFTTT
No comments:
Post a Comment