सदियों से जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल शारीरिक समस्याओं के इलाज में किया जाता रहा है। आज भी वैकल्पिक उपचार रूप में इनका महत्व बहुत है। इस उपचार पद्धति की खासियत यह है कि इसमें प्राकृतिक चीजों को शामिल किया गया है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में एक ऐसी ही खास जड़ी-बूटी विच हेज़ल के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। यह एक गुणकारी औषधि है, जो कई शारीरिक समस्याओं से बचाव और इलाज में सहायक भूमिका निभा सकती है, लेकिन इसे सटीक इलाज न माना जा सकता। आइए, सबसे पहले जानते हैं कि विच हेज़ल क्या है और शरीर के लिए विच हेज़ल के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं।
इस लेख के शुरूआत में सबसे पहले विच हेज़ल क्या है यह जान लेना जरूरी है।
विच हेज़ल क्या है? – What is Witch Hazel in Hindi
विच हेज़ेल एक फूल वाला पौधा है, जो उत्तरी अमेरिका, जापान और चीन में पाया जाता है। इसे विंटरब्लूम भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम हैमामेलिस वर्जिनिआना (Hamamelis virginiana) है। यह झाड़ीनुमा पौधा होता है और इसकी ऊंचाई 15 से 20 फुट तक हो सकती है। इसकी कई प्रजातियां मौजूद हैं। यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है, इसलिए इसका इस्तेमाल दवाई के रूप में भी किया जाता है (1)।
विच हेज़ल क्या है यह जानने के बाद अब बारी आती है विच हेज़ल के फायदे जानने की। नीचे हम आपको इसके फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
विच हेज़ल के फायदे – Benefits of Witch Hazel in Hindi
वैसे तो विच हेज़ल के फायदे अनेक हैं, लेकिन सभी के बारे में बताना संभव नहीं है। इसलिए, हम कुछ महत्वपूर्ण फायदों के बारे में यहां जानकारी जरूर दे रहे हैं। नीचे विस्तार से जानिए विच हेज़ल के फायदे।
1. एक्जिमा और सोरायसिस के लिए विच हेज़ल के फायदे
एक्जिमा या सोरायसिस से पीड़ित व्यक्ति विच हेज़ल का लाभ उठा सकते हैं। ये दोनों त्वचा संबंधी बीमारी हैं, जिनमें त्वचा पपड़ीदार और लाल हो जाती है। साथ ही त्वचा में जलन और तेज खुजली भी होती है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग कर इन प्रभावों को कम किया जा सकता है। दरअसल, इसमें एसेंशियल ऑयल, टैनिन (Tannin), कैटेकिन (catechins) और कोलीन (Choline) पाए जाते हैं। ये सभी गुण इसे कारगर एंटीऑक्सीडेंट और एस्ट्रिंजेंट (Astringent) बनाते हैं, जो त्वचा समस्या से आराम दिलाने में मदद कर सकते हैं (2) (3)।
आप ग्लिसरीन के साथ विच हेज़ल का उपयोग कर सकते हैं या आप इसका मलहम भी लगा सकते हैं, लेकिन बेहतर होगा कि इस बारे में आप एक बार डॉक्टर की सलाह लें। डॉक्टर आपकी समस्या की गंभीरता के अनुसार इसे उपयोग करने का तरीका बताएंगे।
2. कान के संक्रमण के लिए विच हेज़ल के फायदे
कई बार बैक्टीरिया और वायरस के कारण कान में संक्रमण हो जाता है (4)। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जो संक्रमण को कम करने में मदद कर सकते हैं (3) (5), लेकिन इस पर अभी और शोध की जरूरत है। पीड़ित ड्रॉपर की मदद से एक या दो बूंद विच हेज़ल कान में डाल सकते हैं। बेहतर होगा कि आप इसे उपयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूरी लें, क्योंकि डॉक्टर संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए बताएंगे कि आप इसे उपयोग कर सकते हैं या नहीं।
3. स्ट्रेच मार्क्स के लिए विच हेज़ल का उपयोग
गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स होना सामान्य है। ऐसे में कुछ लोग स्ट्रेच मार्क्स के निशान हल्का करने के लिए भी विच हेज़ल का उपयोग करते हैं। हालांकि, स्ट्रेच मार्क्स के निशान पर यह कितना और कैसे प्रभावकारी है, इसका अभी तक कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है।
4. वैरिकोज वेंस के लिए विच हेज़ल का उपयोग
त्वचा के नीचे सूजी या मुड़ी हुई नसें वैरिकोज वेंस कहलाती हैं। ऐसा आमतौर पर टांगों की नसों में होता है। मोटापे से ग्रस्त लोगोंं व गर्भवती महिलाओं को यह समस्या ज्यादा होती है (6)। ऐसे में विच हेज़ल इस परेशानी को कुछ हद तक कम कर सकता है। बाजार में मिलने वाले विच हेज़ल ऑइंटमेंट को दो से तीन बार उपयोग करने से यह परेशानी काफी हद तक कम हो सकती है (7), लेकिन इसे लगाने से कुछ लोगों को त्वचा पर जलन हो सकती है। इसलिए, बेहतर यही होगा कि इसे डॉक्टर की सलाह पर ही इस्तेमाल करें।
5. शेव के बाद के जलन के लिए विच हेज़ल का उपयोग
कुछ लोगों को शेविंग के बाद जलन महसूस होती है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग शेविंग के बाद जलन से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट, एस्ट्रिजेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा पर होने वाली जलन या खुजली से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं (2) (3)।
6. चेचक के लिए विच हेज़ल का उपयोग
वायरल संक्रमण के कारण होने वाली चेचक या चिकन पॉक्स की समस्या में पीड़ित को कई बार खुजली भी होने लगती है (8)। ऐसे में विच हेज़ल के उपयोग से खुजली की समस्या से राहत मिल सकती है। विच हेज़ल का एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-सेप्टिक और राहत देने वाला गुण चेचक की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (2) (3)। इसके लिए गेंदे के फूल के साथ विच हेज़ल का उपयोग किया जा सकता है। गेंदे के फूल में मॉइस्चर होता है, जो त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद कर सकता है (9)। इसके लिए रातभर गेंदे के फूल और विच हेज़ल के पत्तियों को पानी में भिगोकर रखें और अगले दिन उसका पेस्ट बनाकर लगाने से चेचक में होने वाली खुजली से राहत मिल सकती है। चेचक जैसी समस्या में घरेलू इलाज के साथ-साथ डॉक्टरी परामर्श भी जरूरी है, क्योंकि कभी-कभी चेचक में पीड़ित की हालत गंभीर भी हो सकती है।
7. कोल्ड सोर्स के लिए विच हेज़ल
कई बार हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस (Herpes Simplex Virus) के कारण मुंह और नाक के आसपास फफोले हो जाते हैं, जिसे कोल्ड सोर्स भी कहते हैं (10)। ऐसे में विच हेज़ल के उपयोग से इस परेशानी से राहत मिल सकती है। विच हेज़ल के एंटीवायरल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण कोल्ड सोर्स से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं (3)। ध्यान रहे कि इसके उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह भी जरूर लें।
8. डायपर रैशेज के लिए विच हेज़ल का उपयोग
बच्चों को कई समस्याएं हो सकती हैं, जिस कारण माता-पिता चिंतित हो जाते हैं। 4 से 15 महीने के बच्चों में डायपर रैशेज एक सामान्य त्वचा संबंधी समस्या होती है (11)। छोटे बच्चों में सबसे सामान्य परेशानी डायपर रैशेज होते हैं। डायपर रैशेज के कारण शिशुओं और बच्चों को काफी तकलीफ होती है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग उनके लिए लाभकारी हो सकता है। आप अपने बच्चे को विच हेज़ल का मलहम लगा सकते हैं। हालांकि, इस विषय में शिशु विशेषज्ञ की सलाह भी लें, क्योंकि बच्चों की त्वचा संवेदनशील होती है, जिस कारण उन्हें अन्य त्वचा संबंधी परेशानी भी हो सकती है (3)।
9. आंखों के लिए विच हेज़ल का उपयोग
धूल-मिट्टी, प्रदूषण और नींद पूरी न होना आंखों से संबंधित कई समस्याओं जैसे – आंख आना (Conjunctivitis) और आंखों के नीचे सूजन का कारण बन सकता है (12)। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग इन परेशानियों से राहत दिला सकता है। इसके लिए एक कॉटल बॉल को विच हेज़ल में भिगोएं और अपनी आंखों के आस-पास लगाएं। इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण आंखों के नीचे की सूजन की परेशानी और कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) से राहत दिला सकते हैं (3)।
10. कीड़े-मकोड़े के काटने पर विच हेज़ल का उपयोग
गर्मी-बरसात के वक्त कई बार मच्छर-मक्खी या अन्य कीड़े-मकोड़ों की समस्या बढ़ जाती है। कई बार तो इनके काटने से लगातार खुजली, जलन और यहां तक की सूजन भी हो जाती है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग करने से इससे काफी हद तक आराम मिल सकता है। इसका एस्ट्रिंजेंट गुण कीड़े-मकोड़ों के काटने से होने वाली समस्याओं से राहत दिला सकता है। आप बाजार में मिलने वाले विच हेज़ल युक्त मलहम या तरल पदार्थ का उपयोग कर सकते हैं (3)।
11. कील-मुंहासों के लिए विच हेज़ल का उपयोग
कील-मुंहासों की समस्या से लगभग हर कोई परेशान रहता है, खासतौर पर तैलीय त्वचा वाले लोग। इस स्थिति में कील-मुंहासों/एक्ने से बचाव के लिए विच हेज़ल गुणकारी हो सकता है। इसमें मौजूद टैनिन (Tannin) में एस्ट्रिंजेंट गुण मौजूद होते हैं। इसके अलावा, विच हेज़ल में एंटीसेप्टिक, एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं, जिस कारण इसे कई कॉस्मेटिक उत्पादों में भी उपयोग किया जाता है (13) (14)। आप कील-मुंहासों को हटाने के लिए विच हेज़ल युक्त क्रीम का भी उपयोग कर सकते हैं।
12. त्वचा के लिए टोनर के रूप में विच हेज़ल
त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए कुछ स्किन केयर रूटीन का पालन करना बहुत जरूरी होता है। क्लींजिंग और टोनिंग उन्हीं में शामिल हैं। अगर बात करें टोनिंग की, तो आप विच हेज़ल को टोनर के रूप में उपयोग कर सकते हैं। टोनर त्वचा में कसावट लाकर वातावरण में मौजूद धूल-मिट्टी और विषैले तत्वों को त्वचा के अंदर जाने से रोकने में मदद कर सकता है (15) (16)। ऐसे में विच हेज़ल को एक प्राकृतिक टोनर के रूप में उपयोग किया जा सकता है या विच हेज़ल युक्त टोनर का उपयोग भी कर सकते हैं।
13. स्कैल्प और बालों को स्वस्थ रखने के लिए विच हेज़ल का उपयोग
आजकल टूटते-झड़ते बाल या स्कैल्प से जुड़ी समस्याएं सामान्य हो चुकी हैं। कई बार लोग इसे हल्के में लेकर अनदेखा कर देते हैं, जिसका असर उनको बाद में भुगतना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते इन पर ध्यान देकर इनका उपाय किया जाए। आप अपने स्कैल्प को स्वस्थ रखने के लिए और किसी भी प्रकार की खुजली, जलन को खत्म करने के लिए विच हेज़ल का उपयोग कर सकते हैं (17) (18)। इसके साथ ही साथ यह बालों को साफ रखने में भी मदद कर सकता है।
14. ब्लैकहेड के लिए विच हेज़ल के फायदे
त्वचा पर होने वाले छोटे-काले धब्बों को ब्लैकहेड कहा जाता है। अगर इस पर वक्त रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह चेहरे की खूबसूरती में दाग लगा सकता है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग काफी लाभकारी हो सकता है। ब्लैकहेड को हटाने के लिए सैलिसिलिक एसिड काफी लाभकारी होता है (19)। वहीं, विच हेज़ल में सैलिसिलिक एसिड के गुण मौजूद होते हैं, जो ब्लैकहेड को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं (13)।
15. विच हेज़ल एंटी-एजिंग के तौर पर
बढ़ती उम्र का असर चेहरे पर आने वाली झुर्रियों के रूप में दिखने लगता हैं। ऐसे में कई लोग एंटी-एजिंग क्रीम का उपयोग करते हैं। हालांकि, इसका असर कुछ ही वक्त तक रहता है। इस स्थिति में आप हर्बल उपाय कर सकते हैं और विच हेज़ल उन्हीं में से एक है। विच हेज़ल में एंटी-एजिंग गुण मौजूद होते हैं, जो झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह सनबर्न पर भी काफी असरदार हो सकता है (3)। कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है। ऐसे लोगों को विच हेज़ल से एलर्जी हो सकती है। इसलिए, आप डॉक्टर की सलाह पर ही इसे इस्तेमाल करें।
विच हेज़ल के फायदे के लिए इसका सही तरीके से उपयोग करना भी जरूरी है। आइए, लेख के इस भाग में विच हेज़ल के उपयोग के बारे में जानते हैं।
विच हेज़ल का उपयोग – How to Use Witch Hazel in Hindi
नीचे जानिए कि विच हेज़ल का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
- विच हेज़ल का उपयोग मेकअप हटाने के लिए किया जा सकता है। इसके लिए आवश्यकतानुसार विच हेज़ल को लेकर पानी में उबाल लें और फिर जब पानी ठंडा हो जाए, तो उस पानी में रूई डुबाकर उससे अपना मेकअप हटाएं।
- आप विच हेज़ल को ऑइंटमेंट की तरह भी उपयोग कर सकती हैं।
- बाजार में विच हेज़ल का स्प्रे भी उपलब्ध है, जिसे आप त्वचा पर लगा सकती हैं।
अब बारी आती है विच हेज़ल के नुकसान जानने की। लेख के इस भाग में हम इसी बारे में जानकारी दे रहे हैं।
विच हेज़ल के नुकसान – Side Effects of Witch Hazel in Hindi
हर चीज के अगर फायदे हैं, तो नुकसान भी हैं। वैसे ही विच हेज़ल के फायदे के साथ-साथ इसका अधिक उपयोग करने से विच हेज़ल के नुकसान भी हैं, जैसे-
- विच हेज़ल के सेवन से पेट की समस्या हो सकती है।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं विच हेज़ल का उपयोग डॉक्टर की सलाह पर करें।
- कुछ लोगों को विच हेज़ल से स्किन एलर्जी हो सकती है।
विच हेज़ल के नुकसान के बारे में अभी तक कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। ऊपर बताए गए नुकसान अनुमान के आधार पर हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति विच हेज़ल का उपयोग सीमित और सावधानी के साथ करें।
नोट : विच हेज़ल का कितनी मात्रा में उपयोग करना है, यह व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। इसलिए, आप इसे कितनी मात्रा में उपयोग करें, इस बारे में डॉक्टर बेहतर बता सकते हैं। साथ ही इसे उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट भी जरूर करें।
आशा करते हैं इस विचित्र से नाम वाले पौधे विच हेज़ल के बारे में आपको पर्याप्त जानकारी मिल चुकी होगी। ध्यान रहे कि हम यह दावा नहीं कर रहे कि ऊपर बताए गए विच हेज़ल के फायदे बताई गई बीमारियों को पूरी तरह ठीक कर देंगे। विच हेज़ल का उपयोग इन समस्याओं से बचाव और इनके उपचार में एक सहायक भूमिका अदा कर सकता है। हमारा सुझाव यही रहेगा कि घरेलू उपाय एक हद तक ठीक हैं, अगर समस्या गंभीर लगे, तो डॉक्टर से परामर्श लेने में जरा भी देर न करें। साथ ही अगर आपके मन में अब भी विच हेज़ल या विच हेज़ल के फायदे से जुड़े कोई सवाल हैं, तो उन्हें बेझिझक नीचे कॉमेंट बॉक्स में हमें लिख भेजें। इसके अलावा, विच हेज़ल का उपयोग कर अपने अनुभव हमारे साथ साझा करना न भूलें।
Expert’s Answers for Readers Questions
विच हेज़ल (एस्ट्रिंजेंट) किससे बना होता है?
विच हेज़ल (एस्ट्रिंजेंट) विच हेज़ल की पत्तियों और छाल से बना अर्क होता है।
विच हेज़ल पैड क्या हैं?
दरअसल, विच हेज़ल पैड रूई के पैड होते हैं, जिसे विच हेज़ल एस्ट्रिंजेंट में भिगोया जाता है।
क्या बच्चों पर विच हेज़ल का उपयोग कर सकते हैं ?
हां, आप बहुत कम मात्रा में शिशुओं की त्वचा पर विच हेज़ल का उपयोग कर सकते हैं (3)।
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